A Motivational Short Story In Hindi, दादी अमीना की कहानी
हाज हम आपको A Motivational Short Story in Hindi, दादी अमीना की कहानी, चाय की खुशबू और मदद का फ़रिश्ता नामक शीर्षक कहानी आपको बताने वाले है.
दादी अमीना की कहानी-
आज हम आपको एक बहुत ही प्रेरणादायक और लोकप्रिय कहानी सुनाने वाले हैं जिसका शीर्षक है चाय वाली दादी और मदद का फरिश्ता इसे हम दादी अमीना की कहानी के नाम से भी जानते हैं यह दादी अमीना की कहानी के नाम से बहुत ही लोकप्रिय कहानी है.
चलिए कहानी को शुरू करते हैं बहुत दिनों पहले की बात है दिल्ली की पुरानी गलियों में एक चाय की छोटी सी दुकान थी जिसे दादी अमीना चलाया करती थी .
ऐसा कहा जाता है की दादी अमीना कोई साधारण चाय बनाने वाली नहीं थी उनके चाय की खुशबू लोगों को उनकी ओर दूर-दूर से खींच लाती थी दादी अमीना की दुकान केवल चाय के लिए ही नहीं बल्कि लोग उसे अपना मेलजोल का एक प्रकार का चौराहा बना चुके थे.
दादी अमीना की चाय लोगों को इतनी अच्छी लगती थी कि सुबह के वक्त ऑफिस जाने वाले लोग अपने दिन की शुरुआत करने के लिए दादी अमीना की चाय पिया करते थे और शाम के वक्त ऑफिस से आने के बाद अपनी थकान मिटाने के लिए भी चाय पिया करते थे.
चाय पीते पीते दादी अमीना को वहां आने वाले लोग अपनी कहानी और अपनी परेशानियां बताते थे और दादी अमीना उन्हें हिम्मत और खुशियां देकर उन्हें हंसाती थी.
एक दिन की बात है एक युवा लड़का दादी अमीना की दुकान पर आया जो कि वह लड़का एक बेरोजगार था और हताश दिख रहा था.
दादी अमीना ने उसे लड़के से उसकी परेशानी को पूछा तो लड़के ने बताया कि मैं बेरोजगार हूं और रोजगार पाने के लिए एक कंप्यूटर कोर्स करना चाहता हूं लेकिन उसे कोर्स को करने के लिए मेरे पास पैसे नहीं तो दादी अमीना ने उसे हिम्मत दिलाई और अगले दिन उसे अपनी दुकान पर बुलाया.
दूसरे दिन लड़का दादी अमीना की दुकान के पर आया और दादी अमीना ने उसे एक लिफाफा दिया उस लिफाफे में उसे कंप्यूटर कोर्स की फीस के पैसे थे और उस लड़के को दादी अमीना ने बताया की दुकान पर आने वाले लोगों ने उनकी मदद की है.
लड़का यह सुनकर दादी अमीना के पैर छूने लगा लेकिन दादी अमीना ने मना कर दिया और यह कहा कि बेटा आगे बढ़ो खूब पढ़ो और कामयाब बनो और जीवन में जरूरतमंद की कभी मदद करना मत भूलना.
फिर वह लड़का कंप्यूटर कोर्स करने लगा और कंप्यूटर कोर्स करने के बाद अच्छी नौकरी पाने में भी सफल रहा.
कुछ समय बाद वह वापस दादी अमीना की दुकान पर आया और अब दादी अमीना से दूसरे लोगों की तरह ही चाय पीने लगा और वह लड़का भीए क लिफाफा लेकर आया और उसे लिफाफे में जरूरतमंदों की पढ़ाई के लिए पैसे थे और वह लिफाफा दादी अमीना के लिए उसे लड़के ने सौंप दिया.
जैसे ही दादी अमीर आने लिफाफे को खोला तो उसमें मदद के पैसे देखकर दादी अमीना की आंखें भर आयींऔर बहुत खुश हुई कि एक छोटी सी दुकान से लोगों की जिंदगी बदल दी.
A Motivational Short Story in Hindi –
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि दूसरों की परेशानियों को हमें समझना चाहिए और उनकी मदद करनी चाहिए.
दूसरा यह है कि हमें अपने समाज में लोगों के साथ मेल-जोर से रहना चाहिए जिससे आपस में एक दूसरे का प्यार बन सके और अपनी समस्याओं को सुनकर उनका निवारण खोज सके.
तीसरा यह है कि हमें अपने मन में हमेशा दयालुता और सहयोग का भाव रखना चाहिए और दूसरों के प्रति उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए अपनी तरफ से भरषक प्रयास करने चाहिए.
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निष्कर्ष-
आशा करते है दादी अमीना की कहानी, चाय की खुशबू और मदद का फ़रिश्ता के बारे में आप अच्छे से समझ चुके होंगे.
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